"युवा समाज सुधारक संघ" *सुवचन* जो *पिता* के पैरों को छूता है वो कभी *गरीब* नहीं होता। जो *मां* के पैरों को छूता है वो कभी *बदनसीब* नही होता। जो *भाई* के पैराें को छूता है वो कभी *गमगीन* नही होता। जो *बहन* के पैरों को छूता है वो कभी *चरित्रहीन* नहीं होता। *जो गुरू के पैरों को छूता है* *उस जैसा कोई* *खुशनसीब नहीं होता*....... 💞अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ💞 💞जो *झुक* सकता है वह सारी ☄दुनिया को *झुका* सकता है 💞 💞 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये तो बुरी आदत *समय बदल देती* है💞 💞चलते रहने से ही *सफलता* है, रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है 💞 💞 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*, अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है💞 💞मुसीबत सब पर आती है, कोई *बिखर* जाता है और कोई *निखर* जाता है💞 💞दुनिया की ताकतवर चीज है *"लोहा"*🔩 जो सबको
संघ का निर्माण इस लिया किया है कि नवयुवको को एक नई दिशा मिले एक नई सोच मिले। यहाँ लिखी हुयी सारी कहानियां व विचार बहुत ही अच्छे है, इन्हें अपने जीवन से जोड़िये। मेरा विश्वास है आपको बहुत अच्छा लगेगा। और अच्छा लगे तो साझा अवश्य करे। धन्यवाद। ( yuva-ss-sangh.blogspot.com )