"युवा समाज सुधारक संघ" *सुवचन* जो *पिता* के पैरों को छूता है वो कभी *गरीब* नहीं होता। जो *मां* के पैरों को छूता है वो कभी *बदनसीब* नही होता। जो *भाई* के पैराें को छूता ...
संघ का निर्माण इस लिया किया है कि नवयुवको को एक नई दिशा मिले एक नई सोच मिले। यहाँ लिखी हुयी सारी कहानियां व विचार बहुत ही अच्छे है, इन्हें अपने जीवन से जोड़िये। मेरा विश्वास है आपको बहुत अच्छा लगेगा। और अच्छा लगे तो साझा अवश्य करे। धन्यवाद। ( yuva-ss-sangh.blogspot.com )