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औलाद का मोह

"युवा समाज सुधारक संघ"
गार्डन में लैपटॉप लिए एक लड़के से
बुजुर्ग दम्पति ने कहा-😐
.
"बेटा हमें फेसबुक का अकाउंट बना दो।"
लड़के ने कहा- "लाइये अभी बना देता हूँ, कहिये किस नाम से
बनाऊँ?"😆
.
बुजुर्ग ने कहा- "लड़की के नाम से कोई भी अच्छा सा नाम
रख लो।"😐😄
.
लड़का ने अचम्भे से पूछा- "फेक अकाउंट क्यों ??"😴
.
बुजुर्ग ने कहा- "बेटा, पहले बना तो दो फिर बताता हूँ
क्यों ??"☺
.
बड़ो का मान करना उस लड़के ने सीखा था तो उसने अकाउंट
बना ही दिया।😇
.
अब उसने पूछा- "अंकल जी, प्रोफाइल इमेज क्या रखूँ?"
तो बुजुर्ग ने कहा- "कोई भी हीरोइन जो आजकल के बच्चों
को अच्छी लगती हो।"😐
.
उस लड़के ने गूगल से इमेज सर्च करके डाल दी, फेसबुक अकाउंट
ओपन हो गया।
.
फिर बुजुर्ग ने कहा- "बेटा कुछ अच्छे लोगो को ऐड कर दो।"
लड़के ने कुछ अच्छे लोगो को रिक्वेस्ट सेंड कर दी।
फिर बुजुर्ग ने अपने बेटे का नाम सर्च करवा के रिक्वेस्ट सेंड
करवा दी। .
लड़का जो वो कहते करता गया जब काम पूरा हो गया तो
उसने कहा....
"अंकल जी अब तो आप बता दीजिये आपने ये फेक अकाउंट
क्यों बनवाया?"
बुजुर्ग की आँखे नम हो गयी, उनकी पत्नी की आँखों से तो
आँसू बहने लगे।
उन्होंने कहा- "मेरा एक ही बेटा है और शादी के बाद वो
हमसे अलग रहने लगा। सालो बीत गए वो हमारे पास नहीं
आता। शुरू शुरू में हम उसके पास जाते थे तो वो नाराज हो
जाता था। कहता आपको मेरी पत्नी पसंद नहीं करती। आप
अपने घर में रहिये, हमें चैन से यहाँ रहने दीजिये। कितना अपमान
सहते इसलिए बेटे के यहाँ जाना छोड़ दिया।
एक पोता है और एक प्यारी पोती है, बस उनको देखने का
बड़ा मन करता है। किसी ने कहा कि फेसबुक में लोग अपने
फैमिली की और फंक्शन की इमेज डालते है,
तो सोचा फेसबुक में ही अपने बेटे से जुड़कर उसकी फैमिली के बारे में जान लेंगे 😞
और अपने पोता पोती को भी देख लेंगे, मन को शांति मिल
जाएगी। अब अपने नाम से तो अकाउंट बना नहीं सकते। वो
हमें ऐड करेगा नहीं, इसलिए हमने ये फेक अकाउंट बनवाया।"
बुजुर्ग दंपत्ति के नम आँखों को उनके पत्नी के बहते आँसुओं को
देखकर उस लड़के का दिल भर आया और सोचने लगा कि माँ-
बाप का दिल कितना बड़ा होता है जो औलाद के कृतघ्न होने
के बाद भी उसे प्यार करते हैं और औलाद कितनी जल्दी माँ-
बाप के प्यार और त्याग को भूल जाती है। "😞
बेकार की सायरी तो बहुत शेयर करते हो लेकिन ये लेख जरूर शेयर करे ताकि ऐसा करने वाले सभी संतान इस लेख को पढ़ कर सुधर सके! 👌 👍
☝ धन्यवाद ☝
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Yuva-ss-sangh.blogspot.com

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वृक्षो की कहानी।

यह वीडियो सत्य का स्वरूप है। हमारा जीवन अब एसे ही नष्ट हो रहा है। हमें बृक्ष अधिक से अधिक लगाने की अती आवश्यकता है। हमें वृक्ष लगाने में  रूचि लेनी चाहिए। -सुबोध चौहान चांदपुर

जीवन की सीख

"युवा समाज सुधारक संघ" स्कूल टीचर ने बोर्ड पर लिखा: 9×1=7 9×2=18 9×3=27 9×4=36 9×5=45 9×6=54 9×7=63 9×8=72 9×9=81 9×10=90 लिखने के बाद बच्चों को देखा तो बच्चे शिक्षक पर हंस रहे थे, क्योंकि पहली लाइन गलत थी। फिर शिक्षक ने कहा: "मैंने पहली लाइन किसी उद्देश्य से गलत लिखी है क्यूंकि मैं तुम सभी को कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण सिखाना चाहता हूं। दुनिया तुम्हारे साथ ऐसा ही व्यवहार करेगी..! तुम देख सकते हो कि मैंने 9 बार सही लिखा है पर किसी ने भी मेरी तारीफ नहीं की..?? पर मेरी सिर्फ एक ही गलती पर तुम लोग हंसे और मुझे क्रिटिसाइज भी किया।" तो यही नसीहत है : दुनिया कभी भी आपके लाख अच्छे कार्यों को एप्रीशिएट (appreciate) नहीं करेगी, परन्तु आपके द्वारा की गई एक गलती को क्रिटिसाइज (criticize) जरूर करेगी। -ये एक कटु सत्य है https://yuva-ss-sangh.blogspot.com

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"युवा समाज सुधारक संघ" एक अमीर आदमी अपने बेटे को लेकर गाँव गया, . ये दिखाने कि what is गरीबी : : : गाँव की गरीबी दिखाने के बाद बेटे से पूछा "देखा गरीबी..??" : : : बेटे ने जवाब दिया : हमारे पास 1 dog ........... उनके पास 10- 10 गाये है . हमारे पास नहाने का छोटा सा जगह है .. उनके पास. तालाब है . हमारे पास बिजली है.... उनके पास सितारे... . हमारे पास हवा मे' small place of .... उनके पास बडे बडे खेत...... . हम खाना डिब्बे का बासी खाते है.... वो उगा कर और ताजा तोडकर खाते है. . उनके पास अपने सच्चे मित्र है...... बस कंप्यूटर ही हमारा मित्र है . हमारे पास खुशियाँ खरीदने को पैसा है...... उनके पास खुशियाँ है पैसे की जरुरत ही नही . उनके पापा के पास बेटे के लिऐ समय है.... पापा आपके पास समय ...... नही है। : : : पापा एकदम चुप....चाप. . बेटे ने कहाँ ''Thanks पापा for showing me कि हम कितने गरीब है ।